Monday 13 November 2017

मसाला भिन्डी ग्रेवी वाली - Bhindi Masala Curry

कुरकुरी भिन्डी, भरवां भिन्डी, बेसनी भिन्डी के स्वाद से तो आप सभी पहले से ही रूबरू होंगे, आज हम भिन्डी को एक अन्य तरीके से तरी के साथ तैयार करेंगे. भिन्डी की यह नए स्टाइल की सब्जी आपको अलग स्वाद का अनुभव कराएगी. आइए बनाते हैं स्वाद में जबर्दस्त मसाला भिन्डी ग्रेवी वाली.

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Fried Okra in Gravy

  • भिन्डी - 250 ग्राम 
  • टमाटर - 2 (150 ग्राम) (बारीक कटे हुए)
  • हरा धनिया - 2-3 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ) 
  • मलाई - ¼ कप 
  • तेल - 3-4 टेबल स्पून 
  • बेसन - 1 टेबल स्पून 
  • जीरा - ½ छोटी चम्मच 
  • हींग - 1/2 पिंच 
  • हल्दी पाउडर - ½ छोटी चम्मच 
  • धनिया पाउडर - 1 छोटी चम्मच 
  • लाल मिर्च पाउडर - ¼ छोटी चम्मच 
  • हरी मिर्च - 2 (बारीक कटी हुई) 
  • अदरक - ½ इंच टुकडा़ (कद्दूकस किया हुआ) 
  • गरम मसाला - ¼ छोटी चम्मच 
  • नमक - ¾ छोटी चम्मच या स्वादानुसार

विधि - How to make Bhindi Masala Gravy

भिन्डी को अच्छे से धोकर पानी सुखा कर ले लीजिए. भिन्डी के दोनों ओर के डंठल काट कर हटा दीजिये और प्रत्येक भिन्डी को 1 या 1.25 इंच की लंबाई में काट लीजिए.
पैन को गैस पर रखकर गरम कीजिए और पैन में 4 टेबल स्पून तेल डाल दीजिए और तेल को गरम होने दीजिए. तेल गरम होने पर इसमें काट कर रखी हुई भिन्डी डाल दीजिए.
भिन्डी को लगातार चलाते हुए हल्का सा नरम होने तक फ्राय कर लीजिए. लगभग 6-7 मिनिट में भिन्डी फ्राय होकर तैयार है, भिन्डी को प्लेट में निकाल लीजिए.

इसके बाद, पैन में बचे हुए तेल में ही जीरा, हींग, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, बारीक कटी हरी मिर्च और कद्दूकस किया हुआ अदरक डालकर मसाले को थोड़ा सा भून लीजिए.
मसाले के हल्का सा भुन जाने के बाद मसाले में बारीक कटे हुए टमाटर डाल दीजिए और मध्यम आंच पर टमाटर को नरम होने तक पका लीजिए. टमाटर के हल्का सा नरम होने पर इसमें बेसन डाल दीजिए, लाल मिर्च पाउडर और गरम मसाला डाल कर मसाले को तब तक भूनिए जब तक कि मसाले में से तेल न अलग होने लगे.
मसाले में से तेल अलग होने पर मसाले में 1 कप पानी डाल कर मिक्स कर दीजिए. थोड़ा सा हरा धनिया डाल कर मिला दीजिए और ग्रेवी को ढककर के 3-4 मिनिट धीमी आंच पर पकने दीजिए.

4 मिनिट बाद ग्रेवी पककर तैयार है. ग्रेवी में मलाई डाल दीजिए और ग्रेवी को लगातार चलाते हुए उबाल आने तक पकाएं . ग्रेवी में उबाल आने पर इसमें नमक डाल दीजिए और भिन्डी डाल कर अच्छे से मिक्स कर दीजिए.
सब्जी को ढक कर के 8-10 मिनिट धीमी आंच पर पकने दीजिए. सब्जी को चैक कीजिए, सब्जी बनकर के तैयार है. गैस बंद कर दीजिए और सब्जी को प्याले में निकाल लीजिए. सब्जी के ऊपर थोड़ा सा हरा धनिया डालकर सब्जी की गार्निश कर दीजिए.

गरमा गरम मसालेदार ग्रेवी वाली भिन्डी सब्जी बन कर तैयार है. स्वाद से भरपूर इस सब्जी को आप चपाती, परांठे, नान या चावल जिसके साथ भी पसंद हो परोसिये और खाइये.

सुझाव:
  • ग्रेवी बनाने के लिए आप प्याज लहसुन का उपयोग कर सकते हैं या खसखस का पेस्ट, काजू का पेस्ट, खरबूजे के बीज का पेस्ट या ताजे नारियल का पेस्ट या जो आपको पसंद हो उससे ग्रेवी बना सकते हैं. 
  • सब्जी में मिर्च आप अपनी पसंद अनुसार कम या ज्यादा जैसी रखना चाहें रख सकते हैं.

बेसन भरवां करेला मसाला - Besan Stuffed Karela

बेसन भरवां करेला मसाला किसी भी यात्रा पर पूरी, परांठे या रोटी के साथ ले जाएं और यात्रा का भरपूर मज़ा उठाएं.

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Besan Bharwa Karela

  • करेले - 250 ग्राम
  • बेसन - ¼ कप (4 टेबल स्पून)
  • जीरा - 1 छोटी चम्मच
  • हींग - 1 पिंच
  • अदरक का पेस्ट -1 छोटी चम्मच 
  • धनिया पाउडर - 2 छोटी चम्मच 
  • सौंफ पाउडर - 2 छोटी चम्मच 
  • हल्दी पाउडर - ½ छोटी चम्मच 
  • अमचूर पाउडर - 1 छोटी चम्मच 
  • लाल मिर्च पाउडर - ¼ छोटी चम्मच 
  • नमक - 2 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
  • तेल - 4 से 5 टेबल स्पून

विधि - How to make Besan Stuffed Karela

करेले का डंठल हटाकर चाकू से खुरचते हुए छील लीजिए. इसके बाद करेले को बीच में से लंबाई में इस प्रकार काटे कि करेले नीचे की ओर से जुड़े रहे. करेले में से बीज और उसका पल्प बाहर निकाल लीजिए. इसी तरह से सारे करेलों को छीलकर, काटकर, बीज हटा कर तैयार कर लीजिए.
1/2 छोटी चम्मच नमक लेकर करेलों के अंदर तथा बाहर लगाकर आधा घंटे के लिए रख दीजिए. ऐसा करने से ये थोड़ा सा पानी छोड़ देंगे तो इनमें से कढ़वापन निकल जाएगा. करेलों की छीलन और उसके पल्प को भी प्याले में डालकर इसमें 1/4 छोटी चम्मच नमक डालकर मिक्स कर दीजिए और इसे भी आधे घंटे के लिए रख दीजिए.
30 मिनिट बाद एक-एक करेले को पानी में डुबोकर अच्छी तरह से धो लीजिए और पानी को पूरी तरह से निचोड़ कर निकाल लीजिए. छीलन और पल्प को भी एक प्याले में पानी में डाल दीजिए. फिर, इसे छलनी से छान कर धो लीजिए ताकि सारी कढ़वाहट पानी के साथ निकल जाए. छीलन को छलनी में चम्मच से अच्छे से दबाकर सारा पानी निचोड़ दीजिए.

मसाला तैयार कीजिए
पैन गरम कीजिए. इसमें 2 टेबल स्पून तेल डालकर गरम होने दीजिए. तेल में जीरा डालिए और गैस धीमी कर दीजिए ताकि मसाले जले ना. इसके बाद, हींग और अदरक का पेस्ट डालकर मसालों को हल्का सा भून लीजिए.
फिर इसमें बेसन डाल दीजिए, बेसन को लगातार चलाते हुए हल्का ब्राउन होने और अच्छी महक आने तक भूनिये. बेसन भुन जाने के बाद, इसमें करेले की छीलन और पल्प डालकर अच्छे से मिक्स कर दीजिए. साथ ही इसमें धनिया पाउडर, सौंफ पाउडर, हल्दी पाउडर, अमचूर पाउडर, लाल मिर्च पाउडर डाल कर मसालों को थोड़ा सा भून लीजिए. 1 छोटी चम्मच नमक डालकर मिक्स कर दीजिए. मसाले को लगातार चलाते हुए अच्छे से मिक्स करते हुए हल्का सा भून लीजिए. स्टफिंग बनकर तैयार है, इसे प्याले में निकाल लीजिए और ठंडा होने दीजिए.

करेले भरिए
करेले को बीच में से खोलिए और इसके अंदर मसाला डालिए और चम्मच से अच्छे से दबा दीजिए. सारे करेले इसी तरह भरकर तैयार कर लीजिए.

करेले पकाएं
पैन गरम कीजिए और इसमें 3-4 टेबल स्पून तेल डाल दीजिए. तेल गरम होने पर कढ़ाही में करेलों को सीधे-सीधे लगा दीजिए. करेलों को ढककर धीमी आंच पर 5 मिनिट पकने दीजिए.
5 मिनिट बाद, करेलों को पलट दीजिए और सिकने दीजिए. इसी तरह से हर 4-5 मिनिट बाद करेलों को घुमा-घुमा कर चारों ओर से गोल्डन ब्राउन होने तक सेक लीजिए.. करेलों को चैक कीजिए. करेले बनकर तैयार है. गैस बंद कर दीजिए. इन्हें एक प्लेट में निकाल लीजिए.
स्वादिष्ट बेसन भरवां करेलों को चपाती, परांठे, पूरी या चावल किसी के भी साथ साइड डिश के रूप में परोस सकते हैं. अगर आप किसी यात्रा पर जा रहे हैं तो ये करेले बनाकर ले जा सकते हैं. करेले फ्रिज से बाहर रख कर 2-3 दिन आराम से खाए जा सकते हैं.

सुझाव:
  • नमक से करेलों का कढ़वापन निकल जाता है. 
  • मसालों को बहुत ज्यादा नहीं भूनना है उन्हें से हल्का सा अच्छे से मिक्स होने तक ही भूनें.
  • करेलों को धीमी आंच पर ही सेकें.

व्रत के लिये समा का दोसा - Samavat Rice dosa for Vrat

व्रत में फलाहार किया जाता है, इसके लिये समा के चावल या कूटू का आटा या सिघाड़े का आटा खाने में प्रयोग किया जाता है, समा के चावल के दोसा बहुत अच्छे बनते हैं.

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Samavat Rice Dosa

  • समा के चावल - 1 कप
  • सिघाड़े का आटा - आधा कप
  • घी - 2-3 टेबल स्पून
  • सेंधा नमक - आधा छोटी चम्मच
  • काली मिर्च पाउडर - 1/4 छोटी चम्मच
  • हरा धनियां - 2-3 टेबल स्पून
चटनी के लिये सामग्री
  • ताजा हरा नारियल - 1 कप कद्दूकस किया हुआ
  • दही - 1/2 कप
  • सेंधा नमक - 3/4 छोटी चम्मच
  •  साबुत काली मिर्च - 1/2 छोटी चम्मच
  • तिल - 1 छोटी चम्मच
  • घी - 1 छोटी चम्मच

विधि - How to make Sama Rice Dosa

दोसे बनाने के लिये समा के चावल को साफ करके, धोकर 2 घंटे के लिये पानी में भिगो दीजिये.
चावल से पानी निकाल दीजिये और चावल को मिक्सर में डालिये और थोड़ा सा पानी डालकर चावल को पीस कर तैयार कर लीजिये, चावल के पेस्ट को प्याले में निकालिये और सिघाड़े का आटा डालकर मिलाइये, बैटर गाड़ा है तो इसमें पानी डालिये और दोसे के लिये बैटर इतना पतला कर लीजिये कि उसे तवे पर आसानी से फैलाया जा सके, बैटर में सेंदा नमक, काली मिर्च, और थोड़ा सा हरा धनियां डालकर मिक्स कर लीजिये. बैटर को 10-15 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये, ताकि ये फूल कर तैयार हो जाय.
तवे को गरम कीजिये, घी लगाकर चिकना कर लीजिये, 1-2 चमचा बैटर डालिये और पतला दोसा फैलाइये, दोसे के चारों ओर थोड़ा थोड़ा घी डालिये, थोड़ा सा घी दोसे के ऊपर डालिये, दोसे को निचली सतह को हल्का ब्राउन होने तक सिकने दीजिये, सिकने पर दोसे को पलट दीजिये और दूसरी ओर भी गोल्डन ब्राउन होने तक सिकने दीजिये, दोसा सिक कर तैयार है, दोसे को उतार कर किसी प्लेट में बिछे फोइल पर रखें और सारे दोसे इसी तरह बना कर तैयार कर लीजिये.

फलाहारी नारियल की चटनी बनाईये
नारियल, दही, सेंधा नमक, काली मिर्च मिक्सर जार में डालकर बारीक होने तक पीस लीजिये.
 चटनी में तड़का लगाने के लिये तड़का पैन में घी डालकर गरम कर लीजिये, गरम घी में तिल डालकर, हल्के ब्राउन होने तक भून लीजिये और तड़के को चटनी में डालकर मिला दीजिये. व्रत के लिये नारियल की चटनी बनकर तैयार है.

गरमा गरम फलाहारी समा के चावल के दोसे, फलाहारी नारियल कि चटनी के साथ परोसिये और खाइये.

सुझाव:
  • समा के चावल का दोसा बनाते समय हमने सिघाड़े का आटा मिलाया है, सिघाड़े के आटे की जगह कूटू का आटा भी मिलाया जा सकता है.
  • घी की जगह मूंगफली का तेल भी प्रयोग कर सकते हैं.
  • नारियल की चटनी हरा धनियां और मूंगफली के दाने भी डाले जा सकते हैं.

सवां के चावल का पुलाव - Sama Rice or Samvat Rice Pulao

नवरात्रि में सभी श्रद्धालु सात्विक भोजन करते हैं. व्रत के लिये हम समा चावल बनाते है. इन्हें समा (Sama Rice or Samvat Rice) चावल कहते हैं. ये आकार में सामान्य चावलों से बहुत छोटे होते हैं.
समा चावल का पुलाव (Vrat Rice Pulav) बना लीजिये और यदि आप मीठा पसन्द करते हैं तो इनके खीर (Sama Rice or Vrat Rice Kheer Recipe) बना लीजिये.  आईये आज व्रत के चावल बनायें

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Vrat Rice Pulav

  • संवा के चावल - 100 ग्राम(आधा कप)
  • पानी - 300 ग्राम ( 1 1/2 कप )
  • घी - 1 टेबल स्पून
  • जीरा - एक चौथाई छोटी चम्मच
  • काली मिर्च -3-4
  • लौंग -1-2
  • बड़ी इलाइची - 2
  • काजू - 10-12
  • बादाम - 8
  • किसमिस - 20
  • सेधा नमक - स्वादानुसार(आधा छोटी चम्मच)

विधि - How to make Vrat Rice Pulav

चावल को साफ कीजिये, अच्छी तरह धोइये, 20 मिनिट के लिये पानी में भिगो दीजिये.
काली मिर्च, लौंग, बड़ी इलाइची को दरदरा कूट लीजिये. काजू और बादाम को 2 टुकड़ों में काट लीजिये. किसमिस के डंठल तोड़ कर अलग कर लीजिये.
किसी बर्तन में एक टेबल स्पून घी डालकर गरम कीजिये, गरम घी में काजू, बादाम, किसमिस डालकर हल्के गुलाबी होने तक भून कर एक प्लेट में निकाल लीजिये.
बचे हुये घी में जीरा डालकर भूनिये, कुटे हुये काली मिर्च, लौंग, इलाइची भी डालकर थोड़ा सा भूनिये,  पानी और सैंधा नमक डाल दीजिये, पानी में उबाल आने के बाद  सवां के चावल डालिये, फिर से उबाल आने पर गैस धीमी कर दीजिये, 3-4 काजू और 2 बादाम सजाने के लिये बचाकर सारे काजू, बादाम, किसमिस भी मिला दीजिये और सवां चावल नरम होने तक पकाइये.

सवां के चावल का पुलाव बन चुका है. पुलाव को प्याले में निकालिये और ऊपर से काजू बादाम डालकर सजाइये, लीजिये ये सवां के चावल का पुलाव आप अपने व्रत में खाइये और परोसिये.
2 -3 सदस्यों के लिये,
समय 20 मिनिट


समा के चावल की चकली - Samo Rice Chakli for Vrat

समा के चावल से व्रत के कई प्रकार के खाने बनाये जाते हैं. समा के चावल से बनी चकली उतनी ही अच्छी होती है, जितनी कि सामान्य चावल की चकली होती हैं. इसकी शेल्फ लाइफ भी अधिक होती है

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Sama Rice Chakli for Vrat

  • समा के चावल - 125 ग्राम (3/4 कप )
  • जीरा ½ छोटी चम्मच
  • सेंधा नमक - ½ छोटी चम्मच और स्वादानुसार
  • तिल - 1 छोटी चम्मच
  • काली मिर्च - ½ छोटी चम्मच (ताजा कुटी हुई)
  • तेल - 1 टेबल स्पून
  • तेल - चकली तलने के लिए

विधि - How to make Farali Chakli with Sama Rice

समा के चावलों को धोकर 2 घंटे के लिए पानी में भिगो कर रख दीजिए. इसके बाद अतिरिक्त पानी निकाल कर इन्हें बिना पानी डाले मिक्सर में बिल्कुल हल्का दरदरा पीस बना लीजिये, अगर आवश्यकता हो तब 1-2 छोटी चम्मच पानी डाला जा सकता है.
पैन को गैस पर रखें, इसमें चावल का पेस्ट और एक छोटी चम्मच तेल डालकर 1 से 2 मिनट लगातार चलाते हुए, मीडियम फ्लेम पर, हल्का सा भून लीजिए. पेस्ट को इतना गाढ़ा कर लीजिये कि वह गुथे आटे के जैसा हो जाय.
इस आटे को प्याले में निकाल लीजिए हल्का सा ठंडा होने पर, इसमें जीरा, तिल, सेंधा नमक काली मिर्च डालकर आटे को अच्छा चिकना होने तक मसल-मसल कर नरम आटा गूंथ लीजिए. चकली बनाने के लिये आटा तैयार है.

चकली बनाएं-
गूंथे हुये आटे से थोड़ा सा आटा निकालिये और लम्बा आकार देते हुये आटे को चकली की मशीन (Cookie Press) में डालिये. मशीन को बन्द कीजिये. कोई मोटी पोलिथिन शीट लेकर किचन टाप पर बिछाइये और चकली मशीन को दबाते हुये, गोल घुमाते हुये, गोल चकली पोलिथिन सीट पर बनाइये, 7- 8 चकली बनाकर पोलिथिन सीट पर तैयार कर लीजिये.

चकली तलें-
कढ़ाई में तेल डालकर, चकली तलने के लिये मीडियम गरम तेल कीजिये. पोलिथिन शीट से चकली इस तरह उठाइये कि चकली अपने आकार में रहे, चकली उठाकर गरम तेल में डालिये. चकली को मीडियम और मीडियम हाई आग पर तलिये. जितनी चकली तेल में एक बार में तली जा सकें उतनी चकली डाल दीजिये और पलट कर चकली को गोल्डन ब्राउन होने तक तल कर निकाल कर, प्लेट में बिछे टिशु पेपर पर रखिये. सारे आटे से इसी तरह सारी चकली बना कर तैयार कर लीजिये.
व्रत के लिए चकली बनकर तैयार हैं. चकली को पूरी तरह ठंडा होने के बाद, एअर टाइट कन्टेनर में रख लीजिये, डिब्बे से चकली निकालिये और महिने भर जब भी आपका मन करे खाइये.

सुझाव -
चकली के लिये आटा मीडियम नरम गूथिये. आटा बहुत ज्यादा नरम न हों और बहुत ज्यादा सख्त न हो. आटा ज्यादा नरम होने पर चकली एकदम चिपकेगी और सख्त होने पर चकली जल्दी से टूट जायेगी.

समा के चावल की कचौरी - Sama Chawal Kachori

समा के चावल की करारी-करारी कचौरी, व्रत के लिए विशेष.

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Upvas ki kachori

  • समा के चावल - 1 कप से थोड़े कम (150 ग्राम) 
  • आलू - 2 (उबले हुए) 
  • हरा धनिया - 2 से 3 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ)
  • तेल - 2 छोटे चम्मच 
  • भूना जीरा - ½ छोटी चम्मच 
  • काली मिर्च - ¼ छोटी चम्मच (कुटी हुई)
  • सेंधा नमक - ⅔ छोटी चम्मच या स्वादानुसार 
  • हरी मिर्च - 1 (बारीक कटी हुई)
  • तेल - तलने के लिए

विधि - How to make Samak Kachori

समा के चावल को अच्छी तरह से साफ करके धोकर 2 घंटे के लिए पानी में भिगो दीजिए. 2 घंटे बाद, चावलों में से अतिरिक्त पानी हटा दीजिए.
मिक्सी में भीगे हुए समा के चावल डालिए और पीसकर पेस्ट तैयार कर लीजिए.

चावल का पेस्ट भूनिए
नॉन स्टिक कढ़ाही में चावल के पेस्ट को डाल दीजिए और मध्यम आंच पर लगातार कलछी से चलाते हुए 2 मिनिट भूनकर गाढ़ा कर लीजिए. चावल के पेस्ट के गाढ़ा होने के बाद, इसे थोड़ी देर और भूनकर हल्के गुंथे आटे के जैसा तैयार कर लीजिए. इस चावल के आटे को एक प्याले में निकाल लीजिए और थोड़ा सा ठंडा होने दीजिए.

भुने पेस्ट से नरम आटा तैयार कीजिए
आटे में ⅓ छोटी चम्मच सेंधा नमक और 3 छोटी चम्मच तेल डाल दीजिए और आटे को अच्छे से मसलते हुए चपाती के आटे से भी नरम तैयार कर लीजिए. अगर आटा हल्का सा भी सख्त लगे तो 1 या 2 छोटी चम्मच पानी डाल लीजिए और इसी तरह मसलकर नरम कर लीजिए. आटे को ढककर रख दीजिए.

स्टफिंग तैयार कीजिए
उबले आलू को छीलकर एक प्याले में तोड़ लीजिए. आलू में ⅓ छोटी चम्मच या स्वादानुसार सेंधा नमक, हरी मिर्च, कुटी हुई काली मिर्च, भुना जीरा और हरा धनिया डाल दीजिए. सभी सामग्री को अच्छे से मिलने तक मिक्स कर लीजिए.

कचौरी बनाइए
आटे से नींबू के आकार की छोटी-छोटी लोइयां तोड़ लीजिए. साथ ही कचौरियां तलने के लिए गैस पर कढ़ाही में तेल गरम होने रख दीजिए. एक लोई उठाइए और हाथों पर थोड़ा सा तेल लगाकर लोई को गोल कर लीजिए. लोई को बीच में से उंगली से दबाइए और कटोरी का आकार दे दीजिए. इस कटोरीनुमा लोई में 1 चम्मच स्टफिंग रखिए. लोई को चारों तरफ से उठाकर स्टफिंग बंद कर दीजिए.
स्टफ्ड लोई को हाथ से दबाव देते हुए गोल कर लीजिए. दोनों हथेलियों से लोई दबाकर बढ़ाइए और कचौरी का आकार दे दीजिए. इस तरह सारी कचौरियां भर कर तैयार कर लीजिए.

कचौरियां तलिए
कचौरियां तलने से पहले चैक कर लीजिए कि तेल गरम हुआ या नही. इसके लिए, तेल में थोड़ा सा आटा डालकर चैक कर लीजिए, आटा धीरे-धीरे सिक रहा है, तेल मध्यम गरम है. इतने ही गरम तेल में कचौरियां तलने के लिए डाल दीजिए. कचौरी के नीचे वाली साइड हल्का सा ब्राउन होते ही, इसे पलट दीजिए और दोनों ओर से गोल्डन ब्राउन होने तक तल लीजिए.
अच्छे से तली हुई कचौरियों को टिशू पेपर बिछाकर रखी हुई प्लेट में निकाल लीजिए और इसी तरह सारी कचौरियां बनाकर तैयार कर लीजिए. इतने आटे में 9 से 10 कचौरियां बन जाती है.
समा के चावल की क्रिस्पी कचौरियों को दही और व्रत वाली मीठी खजूर की चटनी के साथ सर्व कर सकते हैं. व्रत के लिए कभी कुछ स्पेशल बनाना हो या आपका व्रत में मन करे कुछ अलग खाने का तब आप ये कचौरियां बना सकते हैं.

सुझाव:
  • चावलों को बिना पानी डाले ही पीसे. अगर ये नही पिस पा रहे हैं, तो 1 से 2 चम्मच पानी डाला जा सकता है. 
  • अगर आप तीखा पसंद करते हैं तो मिर्च की मात्रा बढ़ा सकते हैं. 
  • कचौरी को भरने के बाद अच्छे से बंद करिए ताकि तलते समय स्टफिंग बाहर न आ सके.
  • कचौरियों को बहुत ज्यादा पतला नही करें. 
  • कचौरियों को मध्यम-तेज आंच पर ही तलें. 
  • कचौरी बनाते समय हाथों से हल्के से दबाव देते हुए बढाएं क्योंकि चावल में ग्लूटोन बिलकुल भी नही होता. इस कारण कचौरी जल्दी फट सकती हैं.

समा चावल खिचडी - Samvat Rice Khichdi navratri Special

व्रत में उपयोग होने वाले खास चावल से बनने वाली विविध प्रकार के व्यंजनों में से सबसे आसानी और जल्दी से तैयार होने वाली डिश - समा चावल खिचड़ी.

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Farali Samak or Morthan Khichdi

  • समा के चावल - ½ कप (100 ग्राम) 
  • आलू - 2 (100 ग्राम) 
  • मूंगफली के दाने - 2-3 टेबल स्पून 
  • घी - 3-4 टेबल स्पून 
  • हरा धनिया - 2-3 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ) 
  • जीरा - ½ छोटी चम्मच 
  • हरी मिर्च - 2 (बारीक कटी हुई) 
  • काली मिर्च - 8-10 (दरदरी कुटी हुई)
  • सेंधा नमक - 1 छोटी चम्मच या स्वादानुसार

विधि - How to make Samvat Rice Khichdi navratri Special

समा के चावल को साफ कीजिये, अच्छी तरह धोइये और आधे घंटे के लिये पानी में भिगो दीजिये. आधे घंटे बाद अतिरिक्त पानी हटाकर चावल ले लीजिए.
समा के चावल बनाने के लिए किसी बर्तन में 2 छोटे चम्मच घी डालकर गरम कीजिये. गरम घी में 1/2 छोटी चम्मच जीरा डाल कर भून लीजिए. जीरा भुन जाने पर इसमें बारीक कटी हरी मिर्च और दरदरी कुटी काली मिर्च डालकर हल्का सा भून लीजिए.
फिर इसमें चावल डाल दीजिए और चावल को लगातार चलाते हुए 1-2 मिनिट भून लीजिए. इसके बाद इन चावल में 2 कप पानी और सेंधा नमक डाल कर अच्छे से मिक्स कर दीजिए. खिचड़ी़ को ढककर 3-4 मिनिट तक मध्यम आंच पर पकने दीजिए. बीच-बीच में खिचड़ी को चला दीजिए.

इसी बीच, आलू को छीलकर धो लीजिए और छोटे छोटे टुकड़ों में काट लीजिए.

एक दूसरे पैन को गैस पर रखकर गरम कीजिए. पैन में 3-4 छोटे चम्मच घी डालकर गरम होने दीजिए. घी के गरम होने पर इसमें आलू डाल दीजिए. आलू को थोडा़ सा नरम और क्रिस्पी होने तक तलकर निकाल लीजिए. खिचड़ी को भी बीच-बीच में चलाते हुए चैक करते रहें. खिचड़ी बनकर तैयार होते ही, गैस बंद कर दीजिए.
घी में मूंगफली के दाने डाल कर इन्हें भी भून लीजिए. मूंगफली के दाने भून कर तैयार है. चावलों को चैक कीजिए खिचड़ी अगर अधिक गाढ़ी लग रही हो तो, आप इसमें पानी की मात्रा अपने अनुसार कम या ज्यादा जैसी रखना चाहें रख सकते हैं.

खिचड़ी़ में पानी डालने के लिए पौना कप पानी को मूंगफली के दानों के साथ डालकर उबाल लीजिए और फिर उबले हुए पानी और मूंगफली को खिचड़ी में डाल दीजिए. खिचड़ी को गैस पर रखिए और साथ ही फ्राय किए हुए आलू भी डालकर मिक्स कर दीजिए.

खिचड़ी में थोड़ा सा हरा धनिया डालकर मिला दीजिए. सभी चीजें अच्छे से मिक्स हो जाने के बाद गैस बंद कर दीजिए. खिचड़ी़ को प्याले में निकाल लीजिए. खिचड़ी के ऊपर थोड़ा सा घी डाल दीजिए. घी डालने से खिचड़ी का स्वाद और भी बढ़ जाता है और थोड़ा सा हरा धनिया डालकर खिचड़ी को सजाएं.

गरमागरम समा चावल की खिचड़ी बनकर तैयार है. खिचड़ी को आप दही, व्रत की चटनी, रायता या जिसके साथ चाहें परोस सकते हैं.

समा की पूरी - Samo Rice Poori for Vrat

व्रत में फलाहारी खाने के लिये समा से खीर, पुलाव चकली या पूरी बनाई जाती हैं. व्रत के लिये आज समा की पूरी बनाईये, इसका स्वाद आपको बहुत अच्छा लगेगा.

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Sama ke chawal ki Poori

  • समा के चावल - 3/4 कप (125 ग्राम)
  • सेंधा नमक - 1/3 छोटी चम्मच
  • काली मिर्च - ¼ छोटी चम्मच (ताजा कुटी हुई)
  • तेल - 1 छोटी चम्मच
  • तेल - पूरी तलने के लिए

विधि - Samo Rice Poori for Vrat

समा के चावलों को धोकर 2 घंटे के लिए पानी में भिगो कर रख दीजिए. इसके बाद अतिरिक्त पानी निकाल कर इन्हें बिना पानी डाले मिक्सर में पीस लीजिये, अगर आवश्यकता हो तब 1-2 छोटी चम्मच पानी डाला जा सकता है.

पैन को गैस पर रखें, इसमें चावल का पेस्ट डालकर 1 से 2 मिनट लगातार चलाते हुए, मीडियम फ्लेम पर, हल्का सा भून लीजिए. पेस्ट को इतना गाढ़ा कर लीजिये कि वह गूंथे आटे के जैसा हो जाय.
इस आटे को प्याले में निकाल लीजिए हल्का सा ठंडा होने पर, इसमें 1 छोटी चम्मच तेल और सेंधा नमक, काली मिर्च डालकर आटे को अच्छा चिकना होने तक मसल-मसल कर नरम आटा गूंथ लीजिए. पूरी बनाने के लिये आटा तैयार है.

आटे से छोटी-छोटी लोईयां तोड़कर तैयार कर लीजिए और इन्हें ढक कर रखें ताकि ये सूखे नहीं.
पूरी बनाने के लिए कढ़ाई में तेल डालकर गरम कीजिये. अब एक लोई उठाइये हाथ पर थोडा़ सा तेल लगाकर लोई को गोल आकार दीजिए, लोई को पोलिथिन शीट पर रख कर हाथ से दबाव देते हुए पूरी का आकार दीजिए. अब इस पूरी को उठाकर गरम तेल में डालिये.

पूरी को तेज आग पर तलिये. पूरी को कलछी से दबाकर फुलाइये, पूरी को पलट-पलट कर गोल्डन ब्राउन होने तक तल कर निकाल कर, प्लेट में रखिये. सारे आटे से इसी तरह पूरियां बना कर तैयार कर लीजिये. व्रत के लिए समा के चावल की पूरी बनकर तैयार हैं. गरमा गरम समा के चावल की पूरी को व्रत वाली आलू की सब्जी, व्रत वाली नारियल की चटनी, रायता या दही किसी के भी साथ सर्व परोसिये और खाइये.

सुझाव:
चावल को बारीक पीस कर तैयार कीजिये.
चावल के पेस्ट को भूनने के लिये नानस्टिक कढ़ाई का यूज कीजिये, आटा बिना चिपके बड़ी आसानी गुथ कर तैयार हो जाता है.
पूरी को पोथिन पर बेलते समय ध्यान रखें कि पूरी थोड़ी सी मोटी रहे.
10-12 पूरी बनाने के लिये
समय 35 मिनिट

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समा के चावल की खीर – Samvat Rice Kheer

नवरात्रि के दौरान समा यानी व्रत के चावल (Vrat ke Chawal) से कई तरह की रेसीपी बनाई जा सकती है, प्रस्तुत है समा चावल की खीर (Samvat Rice Kheer - Vrat Rice Kheer Recipe), जो खाने में स्वादिष्ट और बनाने में आसान है.

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Samvat Rice Kheer

  • फुल क्रीम दूध - 1 लीटर (5 कप)
  • चावल - 80 ग्राम (2/3 कप)
  • चीनी - 100 ग्राम (1/2 कप)
  • काजू - 10 -12
  • किशमिश - 25- 30
  • छोटी इलाइची - 4 -5

विधि - How to make Samvat Rice Kheer

समा के चावल को साफ करके अच्छी तरह धो लीजिये और आधा घंटे के लिये पानी में भिगो दीजिये.
काजू को छोटे टुकड़ों में काट लीजिये, किशमिश को डंठल हटा कर धो लीजिये या कपड़े से पोंछ लीजिये. इलाइची छील कर कूट कर पाउडर बना लीजिये.
किसी भारी तले के बर्तन में दूध को गरम करने रख दीजिये, दूध में उबाल आने के बाद समा के चावल दूध में डाल कर, चमचे से अच्छी तरह चला दीजिये. आग धीमी कर दीजिये. खीर को प्रत्येक 3-4 मिनिट में चमचे से बर्तन के तले तक ले जाते हुये चलाते रहिये ताकि खीर बर्तन के तले में न लगे.

समा के चावल नरम होने पर, खीर में काजू और किशमिश डाल दीजिये. चावल को दूध के साथ एकदम मिलने तक खीर को पकने दीजिये. खीर को चमचे से गिराने पर दूध और चावल एक साथ गिरने चाहिये. अब खीर में चीनी डाल कर मिला दीजिये. आग बन्द कर दीजिये.
समा के चावल की खीर बन चुकी है. खीर में कुटी इलाइची डाल कर मिलाइये.
स्वादिष्ट समा के चावल की खीर, गरम या ठंडी परोसिये और खाइये.

सुझाव: समा के चावल की खीर बनाने के लिये फुल क्रीम दूध की जगह टोन्ड दूध भी लिया जा सकता है. खीर में सूखे मेवे अपनी पसन्द के अनुसार कम, ज्यादा या बदल कर डाल सकते हैं.

समा के चावल (Samvat Chawal) What is Sama Rice

समा के चावल क्या है - What is Sama Rice
समा के चावल मुख्य रूप से व्रत के लिए उपयोग किए जाते हैं, ये दिखने में बहुत छोटे और गोल आकार के होते हैं. समा के चावल को वरई, कोदरी, समवत, सामक चावल के नाम से जाना जाता है. गुजराती में इसे सामो (સામો) और मोरियो (મોરિયો) कहते है. अंग्रेजी में इसे Barnyard millet कहते हैं.  भगर और वरी (वरी चा तांदुळ) नाम से इसे महाराष्ट्र में जाना जाता है. हिन्दी में इसे मोरधन और समा के चावल कहा जाता है, वहीं बंगाल की ओर ये श्याम या श्यामा चावल के नाम से जाने जाते हैं.
समा के चावल को जंगली चावल भी कहा जाता है, क्योंकि यह एक प्रकार की जंगली घास है. समा के चावल 'घास' के 'बीज' हैं, यह चावल के धान में बढ़ता है क्योंकि इसे नम स्थान और नमी की आवश्यकता होती है. इन बीजों को सामान्यतः हिंदी में "व्रत के चावल" या "उपवास के लिए चावल" कहा जाता है.

समा चावल का व्रत-उपवास में उपयोग
समा के चावल को आध्यात्मिक और आर्युवेदिक दोनों ही दृष्टि से महत्वपूर्ण माना गया है. वेदों में भी इन चावल का उल्लेख प्राप्त होता है, जिस कारण इन्हें वेद चावल भी कहा गया है. इस कारण हिन्दू धर्म में इसके उपयोग को व्रत के दौरान ज्यादा महत्व दिया जाता है. ऐसा माना जाता है कि व्रत के समय अनाज नही खाया जाता है. इसके बदले समा के चावल खाए जा सकते हैं. यह पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं.

स्वास्थ्य के लिए उपयोगी
यह सफेद चावलों की तुलना में अधिक स्वास्थ्यवर्धक होते है. समा के चावल में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन ए, सी और ई अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इसके अतिरिक्त यह खनिज से भी युक्त होते है. इससे हड्डियों को ताकत मिलती है.  इन चावलों में ग्लूटेन नहीं होता है, कम कैलौरी युक्त होते हैं साथ ही इनमें शर्करा की मात्रा भी कम होती है ऐसे में जो लोग अपनी डाइट और वजन घटाने को लेकर परेशान रहते हैं उनके लिए भी ये बहुत अच्छा आहार होता है.  समा के चावलों का प्रयोग मधुमेह से प्रभावित व्यक्तियों के लिए भी बहुत लाभदायक होता है क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा कम होती है.पोषण से भरपूर यह चावल व्रत के दौरान व्यक्ति को ताकत और स्फूर्ति दोनों प्रदान करने में सहायक होता है. साथ ही यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है.
आध्यात्मिक और आर्युवेदिक दृ्ष्टिकोण से समा के चावल पाचन में बहुत सहज और सौम्य कहे गए है. इस कारण धार्मिक रूप से भी इन चावलों का उपयोग व्रत एवं उपवास के दौरान करना उत्तम माना गया है. क्योंकि इस समय भोजन न कर पाने से हमारा पाचन तंत्र कमजोर होता है, ऐसे में यह चावल बहुत ही आसानी से पाचन क्रिया में सहायक बनते हैं और अच्छे फाइबर से युक्त होते हैं.

समा के चावल कहां मिलेंगे और इन्हें कैसे रखा जाए
समा के चावल किसी भी किराना स्टोर पर आसानी से उपलब्ध होते हैं. इन्हें अॉनलाइन भी किसी भी शॉपिंग पोर्टल से खरीद सकते हैं. समा के चावलों को किसी भी कन्टेनर में भरकर ठंडी और सूखी जगह पर रखिए, इनमें नमी नही आनी चाहिए, यह साल भर तक सही रहते हैं.
समा चावल से बनने वाले पकवान
समा के चावलों से बहुत ही स्वादिष्ट मीठे और नमकीन व्यंजन बनाए जाते है जिनमें विशेषकर व्रत की खिचड़ी, पूरी, कचौरी, पुलाव, दोसा, खीर, चीला, चकली आदि शामिल है.

बेसन की कढ़ी (KADHI PAKORA)

सब्जियाँ और दालें करीब करीब हम रोजाना ही खाते हैं, जब कुछ अलग खाने को मन करता है तो हम कढ़ी (Dahi Besan Kadi) बनाते हैं. कढ़ी कई प्रकार की होती है. पकोड़े की कढ़ी प्रमुख है. यह उत्तर भारत में बनाई जाती है.आज प्रस्तुत है, बेसन कढ़ी पकोड़ा (Kadhi Pakoras Recipe ). इसे आप रोटी, नान या चावल के साथ खा सकते हैं.
सामग्री कढ़ी के घोल के लिए
  • 2 कटोरी दही
  • 1 बड़ा चम्मच बेसन
  • आधा चम्मच हल्दी
  • नमक स्वादानुसार
  • आधा चम्मच मेथी दाना
  • एक चोथाई चम्मच जीरा
सामग्री पकोड़ो के लिए
  • 1 कप बेसन
  • हींग 1 चुटकी
  • नमक स्वादानुसार
  • तेल तलने के लिए
  • हरी धनिया 1 चम्मच
 
सामग्री तडके के लिए
  • 1 टेबलस्पून घी
  • 4 से 5 करी पत्ता
  • आधा चम्मच राई
  • 2-3 साबुत लाल मिर्च
  • 2 लौंग


    पकोड़ी बनाने के लिए
      बेसन में थोडा पानी डाल के गाढ़ा घोल बनाइये, अच्छी तरह से फेटिये बेसन पकोड़े के लिए तैयार है कि नहीं चेक करने के लिए चम्मच से  बेसन को पानी में डालिए अगर बेसन ऊपर आ जाये तो बेसन तैयार है 

    नहीं तो थोडा और फेटिये नमक और हींग मिलाइए. अब कढ़ाई में तेल गरम करके बेसन कि छोटी छोटी पकोड़ी बना लीजिए ब्राउन होने तक तलिए और प्लेट में निकाल लीजिये. इसी तरह सारे बेसन की पकौड़ियां बना लीजिये.

    कढ़ी के घोल के लिये
     दही को मथकर एक बर्तन में निकालिये,  बेसन को फैंटे हुये दही में मिलाकर, इसमें लगभग 1.5  लीटर पानी मिला दीजिये.  कढ़ाई में 1 टेबल स्पून तेल छोड़ कर, सारा तेल निकाल दीजिये,

    तेल को गरम कीजिये, गरम तेल में हींग, मेथी और जीरा डाल दीजिये, जीरा ब्राउन हो जाने पर, हल्दी पाउडर डालिए 

    अब इसमें बेसन और  दही का घोल डाल दीजिए, घोल को चमचे से तबतक चलाते रहें, जबतक  घोल में उबाल न आ जाय.

    घोल में उबाल आने के बाद, आंच धीमी करके 15 मिनट तक पकाए या जब तक घोल थोडा गाढ़ा न हो जाये, अब इसमें पकोड़े डाल दीजिये और चमचे से चलाते जायं,

    कढ़ी में फिर से उबाल आने पर, उसमें नमक मिला दीजिये,  कढ़ी को 10 मिनिट तक धीमी आग पर पकने दीजिये, लेकिन 2-3  मिनिट पर चलाते रहिये.

    आप देखेंगे कि कढ़ाई के ऊपर किनारों की ओर बेसन की मलाई आ रही है. पकोड़े की कढ़ी बन चुकी है. कढ़ाई से कढ़ी को प्याले में निकाल लीजिये

    तडके के लिए
    तड़का पैन  में घी गरम कीजिये इसमें राई, करी पत्ता,  सुखी लाल मिर्च,  लौंग डालिए लाल हो जाने पर कढ़ी के ऊपर डाल दीजिए, हरी धनिया से सजा के रोटी या चावल के साथ परोसिये
     
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